ऐसे वक्त में व्यथित सुनील ने सबको खबर पहुँचाने के लिए आज फेसबुक पर पिता जी की मृत देह और माला चढ़ी तस्वीर अपलोड की थी। अगल-बगल से अगरबत्तियों की धूम्र रेख ऊपर की ओर बढ़ती हुई ताजे शव का प्रमाण थीं।
सबसे अधिक लाइक्स उस फोटो को ही मिले थे।
एक बहन ने अपने भाई को फोन किया।
“तुम उनके घर गए क्यों नहीं? या फिर पोस्ट पर श्रद्धांजलि के दो शब्द ही लिख देते। उन्हें सांत्वना मिलती।”